जुबाँ खामोश बेबस है,मगर आवाज देती है, इक माँ के गर्भ में सहमी हुई लाचार बेटी है, रगों में दौड़ता उसके लहू पत्थर नहीं है वो, कि जैसे साँस तुम लेते हो वो भी साँस लेती है| उसे जीना है दुनियां में,है इसमे कुदरत कि रजा, सुना दी किसने उसको गर्भ में ही मौत कि
Month: June 2015
वीरांगना लक्ष्मी बाई को श्रधांजलि
वीरांगना लक्ष्मी बाई के बलिदान दिवस की पूर्व संध्या पर उनकी अस्सी स्थित जन्मस्थली पर दीपदान और शपत का आयोजन साथ ही प्रोजेक्ट 'पढ़ेगी मुनिया' के तहत उन बिटियों की घोषणा जिनको पढ़ाने की जिम्मेदारी संस्था उठाएगी 16 June मंगलवार, सायं 6:30 बजे, जन्मा स्थल स्मारक, अस्सी संयोजक- श्री राज कृष्ण गुप्ता व श्री संजय गुप्ता