You are here
Home > Ayegi Muniya Bachayenge Muniya > भगवान जगन्नाथ का सन्देश , सुभद्रा रूपी बहन सहेज

भगवान जगन्नाथ का सन्देश , सुभद्रा रूपी बहन सहेज

यूँ तो मेला मौज मस्ती के लिए होता हैं लेकिन भगवान जगन्नाथ के रथयात्रा मेले में सामजिक संस्था आगमन निराले अंदाज में दस्तक दे रही हैं संस्था मेले में आये भक्तो को कन्या भ्रूण ह्त्या प्रति जागरूक करने के साथ ही भक्तो को कन्या भ्रूण ह्त्या रोकने की शपथ भी दिला रही है, साथ ही बेटियों के परिपेक्ष में भगवान जगन्नाथ के बहन सुभद्रा के महत्व को भी बता रही है।
 
    जगत के पालनहार भगवान जगन्नाथ अपने बहन सुभद्रा के साथ भक्तो को आशीष देने रथ पर सवार हैं,जिसके लिए भक्त रथयात्रा पहुंच रहे है। रथयात्रा के इस मेले को सामाजिक संस्था आगमन एक अलग नजरिए से भक्तो के बीच रखते हुए भक्तो से अपने घरों में सुभद्रा जैसी बेटी और बहन  लाने का गुहार लगा रही हैं यही नहीं गुहार संग एक शपथ पत्र भी भरवाया जा रहा हैं ताकि समाज के लड़की – लड़का के खाई को कम किया जा सके। अपने तीन दिवसीय इस जनजागरण अभियान के दूसरे दिन यात्रा में अधिवक्ता,चाटर्ड अकाउंटेंट,चिकित्सक, शिक्षाविद्द ,सरकारी कर्मचारी,व्यापारी और कामकाजी महिलायो द्वारा मेले में बेटियों के महत्व से अवगत कराया गया साथ ही उन्हें कन्या भ्रूण हत्या रोकने की शपथ भी दिलाया ।
 
   संस्था ने तीन दिवसीय रथयात्रा मेले के प्रतिदिन सुबह प्रभातफेरी और रात्रि में मेले मे आये भक्तो के बीच जागरूकता अभियान चला रही हैं। जनजागरण यात्रा में प्रमुख्य रूप से श्रीमती रूचि दीक्षित,ऋतू विद्द्या,प्रतिमा चौरसिया,डॉ अंशु शुक्ला,डॉ संतोष ओझा,वीरेंद्र प्रसाद सिंह, संजय ओझा,शोभनाथ,प्रवीण गुप्ता,हरिकृष्ण प्रेमी,राजकृष्ण गुप्ता,अरुण ओझा, संजय संजू ,रजनीश सेठ,शिव सेठ,आलोक पांडेय,विद्यानन्द विश्वकर्मा , गोपाल शर्मा, कपिल यादव,सुशील गुप्ता,गणेश सैनी,दिलीप श्रीवास्तव और राजा केशरी सहित अन्य लोग शामिल हैं।  
 
इस मेले में आयोजित हमारे जागरूकता कार्यक्रम का उद्देश्य यही था की ये रथयात्रा का मेला बनारस के मशहूर लक्खा मेले में से एक है और यहाँ काफी तादात में शहरी अवं ग्रामीण क्षेत्र के लोग आते है, हमारी इस उपस्तिथि से हम अपना बात को ज्यादा से ज्यादा कानों तक पंहुचा पाएंगे|
 

Leave a Reply

Top